tag:blogger.com,1999:blog-5235000792645820594.post882731442381593988..comments2023-10-14T18:17:14.543+05:30Comments on Valley of Truth: छक्कों के 'युवराज' और 'छक्कों के बादशाह' में फ़र्क है!उमाशंकर सिंहhttp://www.blogger.com/profile/17580430696821338879noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5235000792645820594.post-29352324910327320472007-09-20T11:59:00.000+05:302007-09-20T11:59:00.000+05:30पुलिस्………यह सुनते ही आम आदमी अपना दर्द भी भूलकर अप...पुलिस्………यह सुनते ही आम आदमी अपना दर्द भी भूलकर अपने काम में लग जाना पसंद करता है क्योंकि वह जानता है कि पुलिस के पास जाने से दर्द कम होने की बजाय और बढ़ जाएगा!! <BR/><BR/>है किसलिए यह पुलिस आखिर!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5235000792645820594.post-9993069879955076262007-09-20T08:47:00.000+05:302007-09-20T08:47:00.000+05:30वैसे भी पुलिस कुछ करने के लिए कहां होती है। वह तो ...वैसे भी पुलिस कुछ करने के लिए कहां होती है। वह तो ऐसा कुत्ता है जो कमजोर असहाय लोगों को काटती है और ताकतवर के पीछे दुम हिलाती है।अनिल रघुराजhttps://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.com