tag:blogger.com,1999:blog-5235000792645820594.post7851613270560911282..comments2023-10-14T18:17:14.543+05:30Comments on Valley of Truth: "हे नारद, मेरा भी इस्तीफा ले लो"उमाशंकर सिंहhttp://www.blogger.com/profile/17580430696821338879noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-5235000792645820594.post-63194909387633311912007-06-18T23:13:00.000+05:302007-06-18T23:13:00.000+05:30शीर्षक देख कर भाग रहा था - कहीं आवेश में मैं भी इस...शीर्षक देख कर भाग रहा था - कहीं आवेश में मैं भी इस्तीफ़ा-इस्तीफ़ा न खेलने लगूं.<BR/><BR/>परंतु धन्यवाद आपने माहौल हल्का कर दिया :)<BR/><BR/>बढ़िया , मजेदार व्यंग्य.रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5235000792645820594.post-39056927413156064412007-06-17T23:15:00.000+05:302007-06-17T23:15:00.000+05:30"धड़ाधड़ इस्तीफे दिए जा रहे हैं। मज़े की बात है कि..."धड़ाधड़ इस्तीफे दिए जा रहे हैं। मज़े की बात है कि इसकी कोई विशेष मांग भी नहीं है। मांग से अधिक आपूर्ति है। सो इस्तीफों का भाव काफी गिर गया लगता है।"<BR/>इस्तीफों को लेकर अच्छा व्यंग्य रचा है आपने। <BR/><BR/>आज जैसी तल्खी मैं चिट्ठों में देख रहा हूँ वैसी कभी नहीं देखी। सोच रहा था कि आपस में समझ बूझ कर मामला रफा दफा हो जाएगा। पर हुआ नहीं क्योंकि क्रिया प्रतिक्रिया ने मामले को उस स्तर तक गिरा दिया जहाँ से भावनाएँ सर्वोपरि और चिंतन पीछे चला जाता है।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5235000792645820594.post-16604028983145918092007-06-17T23:13:00.000+05:302007-06-17T23:13:00.000+05:30इसी बहाने व्यंग्य पर हाथ साफ कर लिया। उत्तम है। मे...इसी बहाने व्यंग्य पर हाथ साफ कर लिया। उत्तम है। मेरे एक गुरु (जो अभी हिंदुस्तान में काफी वरिष्ठ रिपोर्टर हैं) से जुड़ा हुआ सुना-सुनाया किस्सा है। इमरजेंसी में हर दिन हॉस्टल से निकलते थे कि आज तो गिरफ्तार हो ही जाऊंगा। लेकिन इमरजेंसी बीत गई, उन्हें पुलिस ने हाथ तक नहीं लगाया।अनिल रघुराजhttps://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5235000792645820594.post-81053443845466369992007-06-17T23:11:00.000+05:302007-06-17T23:11:00.000+05:30This comment has been removed by the author.उमाशंकर सिंहhttps://www.blogger.com/profile/17580430696821338879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5235000792645820594.post-49209430545483419942007-06-17T22:49:00.000+05:302007-06-17T22:49:00.000+05:30मज़ा आ गया आपकी पोस्ट पढ कर... लिखते रहिए... आनंद ल...मज़ा आ गया आपकी पोस्ट पढ कर... लिखते रहिए... आनंद लेते रहिए... आनंद का युग है...Anonymousnoreply@blogger.com